कभी कभी मेरे दिल में। कभी कभी मेरे दिल में।
चल मन फिर चल चल मन फिर चल
क्यों हुआ है इस कदर परेशां, ढूंढता फिरता है यहाँ किसके निशाँ क्यों हुआ है इस कदर परेशां, ढूंढता फिरता है यहाँ किसके निशाँ
तुम्हारा चैप्टर जिंदगी से सदा के लिए साफ़ करते हैं। तुम्हारा चैप्टर जिंदगी से सदा के लिए साफ़ करते हैं।
हां मां,मैं कर दिखलाऊंगा,खूब पढूंगा ,खूब लड़ूंगा, देश को आबाद करुंगा। हां मां,मैं कर दिखलाऊंगा,खूब पढूंगा ,खूब लड़ूंगा, देश को आबाद करुंगा।
अपने उपर भरोसा रखना अपने उपर भरोसा रखना